आदित्य और निशा की | True Love Story In Hindi
आज हम आपको (एक सच्ची प्रेम कहानी - True Love Story in Hindi) सुनाएंगे कैसे आदित्य और निशा दोनों को बचपन में Pyar हुआ
यह एक Real life story in hindi है। जिसकी शुरुआत होती है हैदराबाद से हुई। आदित्य और निशा दोनो हैदराबाद मै रहते थे। दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे।
स्कूल लव स्टोरी इन हिंदी | School love story in hindi
उस समय आदित्य की उम्र 14साल की होगी। वह 8 वी क्लास में पढ़ता था। उम्र कम थी लेकिन कहते है ना कि मॉडर्न टाइम में कब किसको किससे प्यार हो जाए कुछ कहा नहीं जाता। आदित्य को अपना पहला प्यार उसकी क्लास में पढ़ने वाली " निशा " से हुआ था। निशा की उम्र भी करीब 14 साल थी लेकिन निशा बचपन से ही बहुत खूबसूरत दिखाई देती थी। मतलब कि अगर आप भी पहली बार देखेगे तो आप भी प्यार में पागल हो जाते।
आदित्य के परिवार समान्य परिवार था। आदित्य के पिता एक स्कूल में अध्यापक हुआ करते थे और घर पर ट्यूशन दिया करते थे। आदित्य का परिवार समान्य परिवार से था। निशा के पिताजी अच्छी खासी कंपनी चलाते थे। निशा का परिवार अच्छे खासे पैसा वाला था। शहर में उनका अच्छा नाम भी था? आदित्य का परिवार गरीब सामान्य होने की वजह से वह निशा से प्यार का इजहार करने से भी डरता था। वो दोनो क्लास में बात तो करते थे लेकिन ज्यादातर सिर्फ पढ़ाई से रिलेटेड। बस आदित्य उसे दिनभर सिर्फ देखता रहता था। लेकिन प्यार का इजहार नहीं कर पाता था।
सच्चे प्यार की True Love Story In Hindi
चलो प्यार होने की वजह से आदित्य कि एक आदत शुधर गई? कौनसी वह आगे पढ़िए।
ज्यादातर लड़के लोगो को बचपन में स्कूल जाने का में नहीं करता। बस इसी प्रकार आदित्य भी स्कूल नहीं जाने का बहाने बनाया करता था। लेकिन जबसे वह निशा से मिला तबसे स्कूल के एक भी दिन छुट्टी नहीं ली। आदित्य के परिवार को लगता था कि उनका बेटा सुधर गया। लेकिन यह नहीं जानते थे कि उनके बेटे को किसी से प्यार हो गया है। ऐसे ही दिन बीतते गए। आदित्य रोज निशा के ख्वाबों में खोया रहता , उसे देखा करता था। और देखते ही देखते उनकी 8वी , 9वी और 10वी क्लास भी पूरी हो गई।
आदित्य और निशा की बचपन की प्रेम कहानी True Love Story in Hindi
तीन तीन साल बीत गए लेकिन आदित्य अब भी निशा से इजहार नहीं कर पाया। वह साल के अंतिम दिन जब स्कूल गया तो देखा सभी लोग अपने बेस्ट दोस्त अपनी गर्लफ्रेंड को गले मिल रहे थे यह सब देख कर आदित्य के आंख में आंसू आ गए। उसे इस बात का डर था कि आज के बाद वह निशा से मिल पाएगा या नहीं। तभी निशा ने आकर उसे गले मिली। वह आदित्य की लाइफ का सबसे आकर्षक पल था। उससे भविष्य के बारे में बात की लेकिन सिर्फ स्टडी से रिलेटेड।
आदित्य अब भी उसे इजहार नहीं कर पाया। बाद में वह क्लास में जाता है और निशा का जो आईकार्ड होता है। उसे वह अपनी साथ ले जाता है। इसी मकसद से कि वह आईकार्ड को देखकर ही निशा को याद कर पाए। (True Love Story In Hindi) 10वी बाद निशा और आदित्य दोनों अलग अलग हो गए। आदित्य भी शहर छोड़ कर चला गया और दूसरी स्कूल में दाखिला ले लिया। लेकिन अब भी उसके दिल में निशा को नहीं भूल पाया था। उसे अब भी उस बात का पछतावा हो रहा था कि "उसने निशा को प्यार को इजहार क्यों नहीं कर पाया?"
दिन बीतते गए। निशा आदित्य को भूल चुकी थी। लेकिन आदित्य अभी तक निशा के आईकार्ड को देखकर उसे याद करता था। दोनो ने किसी को भी 10वी के बाद कभी भी मिले नहीं थे। उन्हें पहचानते ते भी नहीं थे कि वह कैसा दिखाई देता होगा या होगी। सिर्फ आदित्य निशा कि यादों में खोया रहता था। समय बीतता गया। दोनो की पढ़ाई पूरी हो गई। और दोनो के परिवार शादी के लिए योग्य पार्टनर खोज रहे थे।
सच्चे प्यार की True Love Story In Hindi Sad
आदित्य के परिवार वालों ने आदित्य की एक सुंदर लडकी से शादी कराई। लेकिन वह अब भी सिर्फ निशा कि यादों में खोया था। परिवार के लिए उसने शादी भी कर ली। और किस्मत भी देखो जिस लडकी से उसने शादी की उसका नाम भी " निशा " था। जब भी वह अपनी पत्नी निशा को निशा नाम बुलाकर पुकारता तब उसे अपनी बचपन का प्रेम निशा याद आती थी।
बचपन की यादें | School Love Story In Hindi 2020 और Love Story In Hindi Heart Touching
एक दिन जब आदित्य और निशा दोनो कुछ ऑफिस का काम कर रहे थे तभी आदित्य के सामान में से कुछ सामान गिरा। वह देख कर निशा बोली " आदित्य क्या है इन सामान में जिसे तुम इतना संभाल कर रखते हो। किसी को दिखाते भी नहीं? तभी आदित्य ने कहा कुछ नहीं बचपन के दोस्तो की यादे है। बचपन की यादें
निशा उत्साह में गई और उस बॉक्स को खोला तो तभी पहला निकला आदित्य की बचपन कि दोस्त निशा का आईकार्ड। निशा ने पूछा यह कौन है। तभी आदित्य ने अपने बचपन की पूरी स्टोरी बताई कि " निशा कोन थी? वह किससे प्यार करता था। यह बात कहते कहते आदित्य भी रोने लगा। यह सभी सुनकर निशा ने आदित्य के आंसू पोछे और कहा। तुम जिस निशा से बचपन से प्यार करते थे। वह में ही हूं। (आदित्य और निशा की। एक सच्ची प्रेम कहानी - True Love Story In Hindi)
एक सच्ची प्रेम कहानी - True Love Story In Hindi| Best love story in hindi
यह सुनकर तो आदित्य तो खुशी से पागल हो गया। वह खुशी के मारे रोने लगा। तभी निशा ने अपनी पर्सनल डायरी बताई। इसमें अपनी बचपन कि यांदे , बचपन कि फोटो था। यह देखकर दोनो खुश हो गए।
निशा ने आंसू पोछे और प्यार से आदित्य को गले लगा लिया। वह यह सोचकर खुश थी उसकी शादी जिससे हुई है वह उसे बचपन से चाहता था।
लेखन और संपादन: कहानी रिश्ते की : टीम
आप इस लेख True Love Story in Hindi को ॥ कहानी रिश्ते की ॥ के माध्यम से पढ़ रहे हैं। हमारे लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, हमें उम्मीद है कि आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, कृपया इस लेख को अधिक से अधिक अपने दोस्तो से शेयर करें।
!! धन्यवाद मित्रो,,,,,,,,
1 टिप्पणियाँ
Bohot achhi love story thi
जवाब देंहटाएंहेलो फ्रेंड्स प्लीज स्पैम कमेंट ना करे, पोस्ट कैसी लगी जरूर बताए और पोस्ट शेयर जरूर करें