Header Ads

दो दिलों की चाहत | True Love Story

True Love Story | True Love


एक सच्चे प्यार की कहानी | True Love Story


एक सुंदर सी लड़की: Romantic Love Story गांव की वह पुनम की रात, जब तारों ने आसमान को सजाया था, उसी एक छोटे से गाँव में रहने वाले प्रद्युम और रागिनी की कहानी शुरू होती है। प्रद्युम एक सामान्य लड़का था, लेकिन वह काफी सुंदर था, और बिल्कुल साफ दिल का था। जबकि रागिनी गाँव के सरपंच की बेटी थी। लेकिन रागिनी रागिनी ही थी, उस पुरे गांव में उनके जैसी खुबसूरत लड़की ओर कोई नहीं थी । उसका खुबसूरत सा चेहरा, उसके गुलाबी होंठ 💋 चेहरे पर मासुम सी मुस्कान। अरे भाई रुको रुको कहानी पढ़ते पढ़ते कही आप भी मत पिघल जाना, अगर पिघल गए हैं तो कोई बात नहीं क्योंकि उसे देखकर गांव में कोई भी पिघल जाता था, पर क्या करते बिचारे, रागिनी गांव के सरपंच की बेटी थी तो इस वजह से कोई भी आगे बढ़ना नहीं चाहता था। यदि कोई भी उसका नाम भी लेता तो उसका अंजाम बहुत बुरा होता



किन्तु प्रद्युम का दिल रागिनी पर पहले दिन से ही आ गया था, जब वो उसे मंदिर में मिली थी लेकिन उसकी शर्मिलापन के कारण वह उसे अपने आत्मविश्वास की कमी के कारण नहीं कह पाया। दुसरी ओर रागिनी भी प्रद्युम के प्रति आकर्षित थी, वो मन ही मन उसे चाहने लगी थी, पर वह इसे किसी के सामने खुलकर बता नहीं सकती थी, क्योंकि गांव के सरपंच यानी उसके पिता ने उसे गाँव की समाजिक परंपराओं का आदर और मर्यादाओं का पालन करने की सिख दी थी। न की उसे तोड़ने की


दो दिलों की चाहत | True Love Story in Hindi

मगर कुदरत को शायद उन दोनों के बिच प्यार ही लिखा था। एक दिन उस गाँव में एक मेला आयोजित होने वाला था, अगले दिन की सुबह हुई और प्रद्युम नये कपड़े पहन कर तैयार हो गया। प्रद्युम आज काफी खुश लग रहा था, क्योंकि शायद वह आज रागिनी को मिलने वाला था। उधर रागिनी भी खुश लग रही थी शायद उसके मन में भी यही चल रहा था कि आज मेले में प्रद्युम भी आएगा, उसके बाद मेले में उनकी मुलाकात हुई दोनों आमने सामने आएं दोनों की नजरें मिली। रागिनी प्यार भरी मुस्कुराहट कर रही थी, किन्तु वो थोड़ी शर्मा भी रही थी। प्रद्युम तो उसे देखकर पिघल ही गया, क्योंकि आज रागिनी बहुत खूबसूरत लग रही थी, जैसे कोई चांद मेले में उतर आया हो। प्रद्युम से भी रहा नहीं गया और कहने लगा रागिनी तुम बहुत खूबसूरत हो, उसके मुंह से यह सुनकर वो भी शर्मा गई। उसके बाद वह दोनों मेले में एक-दूसरे के साथ ज्यादा समय बिताने लगे। उनकी बातचीतें लम्बी होने लगी और वे एक दूसरे के बारे में और भी बहुत कुछ जानने लगे। आज दोनों को एक दूसरे से बातें करना बहुत अच्छा लग रहा था..


मेला खत्म होने के बाद प्रद्युम ने अपने दिल की बात रागिनी से कह दी कि वह उससे प्यार करता है। यह सुनकर रागिनीको अच्छा तो लगा किन्तु थोड़ी सी परेशान थी, क्योंकि उसके पिताने उसे बहुत कुछ सिखाया था, इसलिए उसने राहुल के आगे अपने भावनाओं को छिपाने का निर्णय लिया। और रागिनी ने अपने दिल पर पत्थर रख कर प्रद्युम को जवाब दिया, की तुम ये क्या कह रहे हो, तुम मुझे ग़लत समझ रहे हो। हम दोनों तो सिर्फ एक अच्छे दोस्त हैं, क्या तुम्हें मेरी दोस्ती पसंद नहीं है। उसके मुंह से यह सब सुनकर प्रद्युम को झटका लगा, फिर उसने अपने दिल पर काबु किया और कहने लगा, ठीक है रागिनी अगर तुम्हें मेरा प्यार स्वीकार नहीं हैं तो कोई बात नहीं हम एक सच्चे दोस्त बनकर रहेंगे। किन्तु मेरी दोस्ती में भी तुम्हें मेरा प्यार ही मिलेगा। फिर दोनों के चेहरे पर हंसी आ गई और दोनों हंस पड़े....


A True Love Story Romantic

अब दोनों एक सच्चे दोस्त थे, इसलिए उनके बीच अब कोई दुरीया नहीं रही थी। दोनों एक दूसरे की फ़िक्र करने लगे और हमेशा एक दूसरे की मदद करते और जब भी मिलते का मन करता तो रागिनी प्रद्युम के घर आ जाती तो कभी, प्रद्युम रागिनी के घर आ जाता । दुनिया की नजरों में दोनों एक सच्चे दोस्त थे, किन्तु दिल से तो वह एक दूसरे को बहुत चाहते थे। समय बीतता गया और प्रद्युम और रागिनी की दोस्ती में गहराई बढ़ती गई, और उनके बीच की बातचीतें लव स्टोरी की तरह बदल गईं. जिनमें मिठास, एक दूसरे का आदर, और मर्यादा थी।


जो प्यार दोस्ती निभाते हुए प्रद्युम ने रागिनी को दिया, उसे देखकर वो भी अपने आपको रोक नहीं पाई और दोस्ती को प्यार में बदल दिया। अब तो वह भी प्रद्युम को यह कहने वाली है की मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं। इसी बीच एक दिन, गाँव में एक संगीत का प्रोग्राम आयोजित हुआ जिसमें प्रद्युम ने एक गीत गाया। पर उस गीत में उसने अपने दिल की वह हर बातें कहीं रागिनी के लिए थी, उसने अपने प्यार को बयां किया था। और रागिनी यह गीत सुनते ही समझ गई कि वह उससे कितना प्यार करता है। अब मुझे भी अपने प्यार को बयां कर देना चाहिए ।



Heart Touching Love Story in Hindi

उसके बाद रागिनी अपने पिता के खिलाफ खड़ी हो गई और उसने प्रद्युम के सामने उनके प्रति चाहत और अपनी भावनाओं को खोल दिया। रागिनी ने अपने पिता से खुलकर बात की और उन्हें समझाया कि बाबूजी मैं प्रद्युम से प्यार करती हूं। हम दोनों एक दूसरे से अपनी जान से भी ज्यादा चाहते हैं, अगर आपने हमें नहीं मिलवाया तो हमारा प्यार अधुरा रह जाएगा। हम कभी खुश नहीं रहेंगे। बाबुजी प्रेम को दबाने से कोई भी खुश नहीं रह सकता, इसलिए हमें हमारा प्यार दे दिजीए। प्रद्युम ने भी रागिनी के पिता से बहुत बिनती की और समझाया कि, मैं आपकी बेटी को वह हर खुशी दुंगा जो वह चाहती है, मैं उसे बहुत खुश रखुगां।


रागिनी के पिता भी उनकी खुशियों को समझ गए,और यह भी समझ गए कि इन दोनों को अलग करना ठीक नहीं रहेगा। और उन्होंने उनके प्रेम को स्वीकार कर लिया। ठीक है बेटी मैं तुम्हारी खुशी के लिए तुम्हारे प्यार को स्वीकार करता हूं। अपने पिता के मुंह से यह सुनकर रागिनी तो खुशी से पागल सी हो गई, आप मेरे सबसे अच्छे बाबूजी है। प्रद्युम और रागिनी की लव स्टोरी अब एक नई शुरुआत के साथ एक नई दिशा में बढ़ने जा रही थी।



प्रद्युम और रागिनी के प्रेम की कहानी गाँव के लोगों के बीच एक प्रेरणा स्रोत बन गई। क्योंकि उनमें आदर और मर्यादा थी इसीलिए, और उन्होंने यह भी सिखाया कि प्यार को सीमित नहीं किया जा सकता, बल्कि उसे स्वतंत्रता से जीना चाहिए। किन्तु अपनी मर्यादा में रहकर.. मर्यादा ही प्रेम का दुसरा नाम है।

एक सच्चे प्रेम की कहानी- True Love Story

इस प्रकार प्रद्युम और रागिनी की अद्वितीय प्रेम कहानी ने दिखाया कि प्यार में कोई भी हार जीत नहीं होती, बस सही समय सही वक्त आना चाहिए। उसके बाद वे एक दूसरे के साथ खुशियों भरी ज़िंदगी जीने लगे, दोनों एक एक पल को यादगार पल बनाने लगे, और उनकी कहानी आज भी गाँव के लोगों के दिलों में बसी हुई है..... True Love Story

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ