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सच्चे दोस्त की कहानी - Friendship Story in Hindi | Dosti Ki Kahani

 

Friendship story in hindi | Dosti Ki Kahani - Best Friends story in hindi

दो मित्रों की कहानी - True Friendship Story in Hindi 


Hello दोस्तो मैं हूँ राधिका और आज हम एक बार फिर आपके बीच लेकर आये है, दो सच्चे मित्र की कहानी Friendship story in hindi,  गहरी दोस्ती की कहानी, जो एक दोस्त के दुसरे दोस्त को केसे साथ देता है। अगर स्टोरी आपको अच्छी लगे तो नीचे कमेंट करके जरूर बताए.. तो चलिए शुरू करते है आज की कहानी, Dosti ki Kahani


True friendship story in hindi: एक गाव था जहा दो मित्र रहते थे । एक का नाम अजय था और दुसरे का नाम विजय था । वो दोनो की दोस्ती 15 साल पुरानी थी, दोनो बहुत अच्छे दोस्त थे। उसी गाव में दोनो की कपड़ो की दुकान थी। कपड़ो की दुकान बोहत अच्छे से चल रही थी । 


अजय विजय दोनो भी बोहत खुस थे। फिर एक दिन अजय की तबीयत बोहत खराब हो गई । उसके कारन अजय दुकान नही जा पा रहा था। अजय के उपर पहले से तो कर्जा था ही पर अब ओर बढ़ गया था । तबीयत खराब हो ने के कारण वो कर्जा चुका नहीं पाया। उसकी परिस्थिति बोहत खराब हो गई 


Dosti Short Story in Hindi-Friendship Story in Hindi 


विजय एक दिन सोचने लगा की, कुछ दिनों से अजय की दुकान बंध क्यो है। क्या बात होगी मुझे अजय को मिलने के लिए जाना होगा। फिर एक दिन विजय अजय के घर गया। वहा जाके देखा तो  अजय की तबीयत बोहत खराब हो गई थी । विजय अपने दोस्त को डांटने लगा कि तुम्हारी हालत इतनी खराब हो गई और मुझे एक बार भी बताया नही तुमने हमारी दोस्ती का अच्छा शिला दिया है । क्या यही हमारी दोस्ती है। 


बिस्तर पर लेटा हुआ अजय अपने दोस्त को कहने लगा, कि मेरे दोस्त तुम्हे अपनी परिस्थिति बताकर दुखी करना नही चाहता था । इसलिए तुम्हे नही बताया । फिर विजय ने अजय को हॉस्पिटल पहोचाया और अजय का ईलाज करवाया। फिर अजय ने अपनी सारी बातें विजय को बताई। विजय को अजय की बात सुनकर बोहत दु ख हुवा। 


Friendship story in hindi 


फिर विजय ने अपने दुकान से जो पैसे कमाए थै। वो सारे पैसे अजय को दे दिए और अजय के उपर जो कर्जा हुवा था वो भी चुका दिया । उसके बाद फिर से वो दोनो अपनी अपनी दुकान चला ने लगे। अजय ने अपने दोस्त को बहुत धन्यवाद किया कि विजय सायद मुझे तुम्हारे जैसा दोस्त कभी नही मिलेगा । मेरे बुरे वक्त में भी तुमने मुझे इतना साथ दिया। तुम्हारा बहुत-बहुत धन्यवाद 


Moral: देखा दोस्तो एक सच्चा दोस्त ही एक दोस्त को काम आता है, मित्र इसे कहते है जो सुख-दुख में साथ रहै और अपने मित्र की परिस्थितियो का सम्मान करें। आजकल तो हर इंसान एक दूसरे का खुन चूसने लगे है। इंसान की दुनिया में आज भाई भाई नही रहे और मित्र मित्र नही रहे। तो हम आपसे इतनी ही विनती करते है की प्यार और दोस्ती में कभी धोखा न दे, इसमे बहुत दर्द होता है। तो आप सभी अपने अपने दोस्त को काम आए ओर उसकी मदद करे।    धन्यवाद....


  लेखिता.  { राधिका कुमारी }  


अगर हमारी लिखी हुई कहानी Friendship story in hindi से आपको कुछ सीखने को मिला हो तो इस कहानी को ज्यादा से ज्यादा लोगो को शेयर करें। धन्यवाद......


सचे दोस्त की कहानी

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