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कॉलेज फ्रेंड रोमांटिक स्टोरी | College Ki Romantic Hindi Story

Romantic Hindi Story


College Ki Romantic Hindi Story


हेलो दोस्तों मेरा नाम Ankita Singh है और आज मैं kahanirishteki.com पर अपनी रोमांटिक स्टोरी College Ki Romantic Hindi Story लिख रही हूं कि कैसे मैंने अपने दोस्त आदित्य के साथ रोमांस का पल बिताया जब पहली बार लड़की लड़का रोमांस करते हैं तो उनको बेहद मजा आता है । मैं आशा करती हूं कि आपको मेरी पुरी स्टोरी पढ़ने में बेहद मजा आएगा , तो चाहिए शुरू करते हैं

बात चार साल पहले की है जब मैं कॉलेज करती थी मेरी खुबसूरती की वजह से कॉलेज के सारे लड़के सिर्फ मुझे ही देखते रहते थे। और सभी मुझसे ही दोस्ती करने में लगे थे लेकिन मैं किसी से भी दोस्ती नहीं करती थी।


फिर एक दिन आदीत्य नाम के एक लड़के से दोस्ती हो गई। आदीत्य मेरे ही कॉलेज में पढ़ई  करता था वो बोहोत अच्छा लड़का था आदीत्य मुझे अपनी बेस्ट फ्रेंड मानता था। फिर एक दिन कॉलेज में सभी की छुट्टी थोड़ी जल्दी हो गई और कॉलेज बंद ही होने वाला था तब मुझे याद आया कि तेरी किताब तो अंदर रह गई। आदीत्य को मैंने कहा आदीत्य मेरी किताब अंदर रह गई है मैं अभी लेकर आती हूं तुम यहीं रुको।



उसके बाद मैं अपने कॉलेज की रुम मे में गई और सभी को जगह देखा किंतु मुझे मेरी किताब कहीं भी नहीं मिल रही थी। अगर आदीत्य मेरे साथ होता तो किताब ढुंढने में मेरी मदद करता अब तों कॉलेज भी बंद होने वाला है क्या करूं। तभी अचानक ही आदीत्य वहां आ गया और कहने लगा अरे अंकिता कितनी देर लगाओगी कॉलेज भी बंद होने वाला है और तुम अभी तक क्या कर रही हों। 

कॉलेज फ्रेंड रोमांटिक स्टोरी | Romantic Hindi Story

मैंने कहा आदीत्य अच्छा हुआ कि तुम आ गए मैं अब से अपनी किताब ढुंढ रहीं हुं लेकिन वो कही भी नहीं मिल रही है। अब तुम भी किताब ढुंढने में मेरी मदद करो , फिर वो भी किताब ढुंढने लगा । फिर अचानक से प्रोफेसर ने हमारी रूम का दरवाजा बंद कर दिया और हम दोनों अंदर ही रह गए। 


हम दोनों ने बोहोत कोशिश की दरवाजा खुलवाने की लेकिन किसी ने भी रुम का दरवाजा नहीं खोला क्योंकि कॉलेज के सभी लोग जा चुके थे। और आदीत्य मेरे सामने देखने लगा मैं भी उसके सामने देखने लगी और देखते ही देखते हम दोनों के मुंह पर हसी आ गई। और तभी आदीत्य मुझे कहने लगा देखा अंकिता ये सब तुम्हारी किताब की वजह से हुआं अब सारी रात हमें इसी बंद कमरे में बितानी पड़ेगी।



फिर मैंने आदीत्य को Sorry बोला और कहा चलो अब किताब ढुंढते हैं फिर हम बहार निकलने के लिए कुछ करते हैं । किताब को हमने सभी जगह पर ढुंढा लेकिन वो हमें कहीं भी नहीं मिल रही थी। रातके करीब 10 बज चुके थे इतनी देर रात में सिर्फ हम दोनों ही अकेले थे वो भी बंद कमरे में । फिर मुझे एक कबाट दिखा जिसमें कई सारी बुक्स रखी जाती है मैंने सोचा कि शायद किसी ने मेरी किताब इस कबाट में रख दीं होगी लेकिन ये क्या कबाट पर तो ताला लगा हुआ है। फिर मैंने आदीत्य को बुलाकर पास में पड़ा हुआ टेबल मंगवाया । 

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आदीत्य मुझसे पुछने लगा कि अंकिता आखिर तुम कर क्या रही हो। मैंने कहा आदीत्य तुम इस टेबल को पकड़ो मैं उपर चढकर इस कबाट पर देखती हूं शायद किताब इस पर रख दी हो । आदीत्य ने मुस्कुराते हुए कहा अंकिता संभाल कर चढ़ना कहीं गिर न जाओ, मैंने भी आदीत्य को अपने मुस्कुराते हुए होंठों से कहा कि अगर मैं गिर गई तो तुम होना मुझे संभालने वाले सो अपनी बाहों में उठा लेना । आदीत्य मेरी बात सुनकर मुस्कुराने लगा, 


उसके बाद मैं नीचे रखें हुए टेबल पर चढ़ कर कबाट पर किताब देखने लगी मैं किताब ढुंढ ही रही थी कि अचानक से मेरा पैर फिसल गया और मैं नीचे गिरने ही वाली थी कि तभी आदीत्य ने मुझे अपनी बाहों में लेकर संभाल लिया। बस यही से शुरू होता है हमारा रोमांस । आदीत्य मुझे अपनी बाहों में लेकर खड़ा था हम दोनों एक दूसरे को देखने लगे मेरे अंग अंग में कुछ कुछ होने लगा मेरा बदन उत्तेजित होने लगा था क्योंकि पहली बार मैं किसी पुरुष की बांहों में थी । 




आदीत्य मेरे गुलाबी होंठों को देख रहा था लग रहा था कि वो मेरे होंठों को चूम लेगा आदीत्य मेरे इन गुलाबी होंठों को देखकर बेकाबू हो गया था। फिर मैंने उनसे पूछा कि तुम क्या देख रहे हो , उसने कहा अंकिता तुम बहुत खूबसूरत हो मैं तुम्हारे इस गुलाबी होंठों को देख रहा हूं, मन करता है कि तुम्हारे इन होंठों को चूम लूं । आदीत्य पुरी तरह मुझ पर बेकाबू हो गया था। अब तो मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था, मैंने भी मुस्कुराते हुए कह दिया कि तो फिर चूमलो ना देर किस बात की मैं कबसे उसीका ही रही तो इंतजार कर रही हूं।


मेरी इन बातों को सुनकर आदित्य को भी अहसास हुआ कि वो भी बेकाबू हो गई है। फिर उसने अपने होंठों को मेरे गुलाबी होंठों पर रखा जैसे ही दोनों के होंठ टच हुए तो मेरे शरीर में कुछ अजीब सा होने लगा मेरा बदन फुलने लगा और मैं गर्म होने लगी । आदीत्य अब मेरे गुलाबी होंठों को जोर जोर से चूसने लगा था और मेरे होंठों से निकलने वाला रस भी पी रहा था। फिर मैं भी उसका साथ देने लगी। आदीत्य मुझे कहने लगा, अंकिता अब कैसा लग रहा है, क्या तुम्हें मज़ा आ रहा है। फिर मैंने आदीत्य से कहा आदीत्य तुम मज़े की बात कर रहे हैं मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा है । इतना अच्छा मज़ा मैंने कभी नहीं लिया मुझे क्या पता था कि एक जवान लड़की लड़का आपस में मिलने से इतना अच्छा मज़ा आता है। 

Ankita Aur Aaditya Ki Romantic Hindi Story

हम दोनों इतना इतना रोमांस करने लगे की बात ही न पुछो । आदीत्य ने मुझे पुरी तरह अपनी बाहों में लें ली थी, वो मेरे अंग अंग को चूम रहा था मैं सिसकारी भरने लगी थी बोहोत ही मज़ा आ रहा था । फिर मैंने आदीत्य से कहा कि अब सब करो बोहोत हो गया वरना मैं इससे भी आगे निकल जाऊंगी आदित्य ने कहा तो फिर देर किस बात की आगे निकल जाओ ना । मेरा मन भी काबू से बाहर हो गया है। 


हम दोनों रोमांस करते करते रोमांटिक बातें कर ही रहे थे कि अचानक से कमरे की लाईट चली गई और हमारा रोमांस बिगड़ गया। अब हम दोनों होश में आ गए थे, फिर हम दोनों को अहसास हुआ कि ये हम क्या कर रहे थे। हम दोनों एक अच्छे दोस्त हैं ये सब हमें नहीं करना चाहिए था आदीत्य ने कहा अरे अंकिता ये सब प्रकृति का नियम है कि जब जवान लड़की लड़का अकेले में होते हैं तो ये सब अपने आप ही हों जाता है वो एक दुसरे में समा जाते हैं जो हम दोनों के बिच हुआ । मुझे धीरे धीरे आदित्य की बात समझ में आ रही थी कि हम दोनों का मन इतना पिघल गया की हम एक दूसरे को रोक ही नहीं पाएं, 



आदित्य अगर लाईट नही गई होती तो हम इससे भी आगे निकल जाते और न जाने क्या क्या हो जाता। मेरी बात सुनकर वो हंसने लगा और मैं भी हंस पड़ी । ठीक है आदित्य किंतु अब बाहर निकलने का कोई रास्ता ढूंढो अब बोहोत देर हो गई है। आदीत्य ने कहा ठीक है अंकीता मैं कुछ करता हूं । उस कमरे के चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा था, आदीत्य मुझे नहीं दिख रहा था और मैं उसे । सिर्फ हम दोनों एक दूसरे के हाथ पकड़े हुए खड़े थे" उस कमरे में एक खिड़की थी हमने उस खिड़की को खोलकर बाहर देखा तो सभी जगह लाईट थी। सिर्फ हमारे काॅलेज की ही लाईट गई हुई थी। 

हम दोनों ने सोचा कि बाहर निकलने का अच्छा मौका है इससे हम आसानी से कॉलेज के बाहर निकल जाएंगे। उसके बाद आदित्य ने मेरा हाथ पकड़ा और खिड़की से नीचे उतारि फिर वो भी खिड़की से बाहर निकलकर नीचे उतर गया। कॉलेज में अंधेरे की वजह से हमें बाहर निकलने में आसानी हुई वरना दोनों ही फंस जाते और कॉलेज में दोनों की बदनामी होती.....। मेरी किताब तो नहीं मिली लेकिन उस किताब की वजह से मुझे रोमांस का एक अच्छा आनंद प्राप्त हुआ जो मुझे कभी नहीं मिला था।

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अब हम दोनों कॉलेज से बाहर आ चुके थे फिर हम एक दूसरे के सामने देखकर मुस्कुराने लगे" उसी वक्त आदित्य फिर से मेरे गुलाबी होंठों को देखने लगा और मेरे उन होंठों को चूमने के लिए आगे बढ़ा और तुरंत ही मैंने अपना हाथ उसके होंठों पर रख दिया और मुस्कुराते हुए कहा आदीत्य अब रहने दो मुझसे अब नहीं होगा वरना मैं बेकाबू हो जाउंगी इतना कह कर मैं आदित्य से थोड़ी दूर हो गई। मुझे दुर होती हुई देखकर आदित्य ने कहा अरे यार मैं तो मज़ाक कर रहा हूं। ये सब यही थोड़ी होगा इसके लिए तो हम कोई अच्छा सा टाइम निकालेंगे। उसके बाद मैं थोड़ी सांत हुई और जो मेरा बदन गर्म होने लगा था अब वो धीरे धीरे धीरे ठंडा होने लगा ।


आदित्य ने कहा अंकिता रात बहुत हो चुकी है चलो मैं तुम्हें घर तक छोड़ देता हूं । रात बहुत हो गई थी तो मैं आदित्य को मना भी नहीं कर पाई और कहा ठीक है । फिर उसने अपनी गाड़ी स्टार्ट की और आदित्य मुझे अपने घर तक छोड़ कर वो भी अपने घर चला गया । बस यही भी मेरी रोमांटिक स्टोरी । क्या आपने भी किसी के साथ रोमांस किया है हमें कमेंट करके जरुर बताएं।


दोस्तों मैंने इस पोस्ट में अपनी रोमांटिक स्टोरी। College Ki Romantic Hindi Story बताई कि कैसे मेरे और आदित्य के बीच रोमांस हुआ  मैं उम्मीद करती हूं कि आपको मेरी रोमांटिक स्टोरी बेहद पसंद आई होगी । मुझे कमेंट करके जरुर बताएं कि स्टोरी आपको कैसी लगी और मेरी इस रोमांटिक स्टोरी को अपने सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें। धन्यवाद


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