Header Ads

एक लड़की मेरे सामने मुस्कुराती है | Motivation Story in Hindi for Students

motivation story in hindi for students - best motivation story in hindi - motivational story in hindi book


लड़की की रोमांटिक मुस्कुराहट - Motivation story in hindi for students




Hallo Friends, मेरा नाम आनंद है और में 20 साल का हु में कॉलेज करता हु और में एक अच्छी जिंदगी जी रहा हु मगर मुझे एक प्रोब्लम है जो मुझे पसंद नही है! एक लड़की है जो 15 साल की है वो रोज मेरे सामने  घूरते हुए मुस्कुराती है, जबकि मेरी उम्र 20 साल है, वह लड़की से में बहुत थक गया था फिर एक दिन मेरा जिगरी दोस्त आया 10 दिन रहने के लिए आया था मेरा दोस्त और मैंने एक दिन मेरी प्रोब्लम मेरे दोस्त को बताई की यार एक लड़की है जो रोज मेरे सामने मुस्कुराती है में परेशान हो गया हु ऐसे में मुझे क्या करना चाहिए? फिर मेरे दोस्त ने बताया

एक लड़की मेरे सामने मुस्कुराती है best motivation story in hindi

आनंद तुम परेशान मत हो! में तुम्हे रास्ता बताता हु उसे अपनी छोटी बहन समान सम्मान दो और यदि वह कोई बचकाना हरकत करे तो उसे डांटने से भी परहेज न करो। क्योंकि वह लड़की उम्र के जिस पड़ाव पर है यहीं से बच्चों के बहकने की शुरुआत होती है। आनंद ऐसी प्रोब्लम मुझे भी हुई थी,

यह भी पढ़े: Ek anokhi prem kahani.....



आनंद सुनो मेरी कहानी करीब 1980 की घटना है, उन दोनों में अपने कालेज की शिक्षा लेने हेतु एक घर में ग्राउंड फ्लोर पर किराए पर रहता था और प्रथम तल पर बने घर में एक अन्य परिवार रहता था। उस घर की एक लड़की जो आठवी कक्षा में पढ़ती थी अक्सर मेरे कमरे के पास से मुस्करा कर गुजरती थी और मैं उसे अनदेखा कर देता था।

एक लड़की मेरे सामने मुस्कुराती है - Romantic story in hindi love

एक दिन उसकी मम्मी ने मुझसे विनती करते हुए उसे गणित का ट्यूशन देने का अनुरोध किया और मैंने उसे बिना फीस लिए अपना समय देने के लिए हांमी भर ली।



अगले दिन वह लड़की अपनी एक हम उम्र सहेली के साथ अपनी पुस्तकें लेकर आ गई और मैने उन्हे पढ़ना शुरू कर दिया। लेकिन वे लकड़ियां पढ़ने में रुचि लेने की बजाय मेरे कमरे की दीवार पर टंगे हुए कृष्ण जी के कैलेंडर के दृश्य को देखकर मुस्कराने लगी, जिसमें तालाब में गोपियों के स्नान करते वक्त पेड़ पर बैठे कान्हा जी उनके वस्त्रों के साथ होने का दृश्य था।    

यह भी पढ़े: True love story in hindi 



अब मुझे उनकी मानसिकता समझने में देर न लगी और मैंने उन्हें तत्काल समझाते हुए कहा कि मैंने आपकी मम्मी के कहने पर आपको पढ़ाने का जिम्मा लिया है। यदि आप लोग पढ़ने के बहाने किसी अन्य नियत से आए हैं तो कल से न आएं और उसके बाद उन बच्चों ने मेरे पास आना बन्द कर दिया। आनंद तुम भी ऐसा ही करो जो मैंने किया। फिर मेरे दोस्त की घटना सुनकर मुझे हिम्मत आई और अगले दिन वैसा ही किया जो मेरे दोस्त ने किया फिर मेरी प्रोब्लम दुर हो गई 

पॉपुलर स्टोरी...⤵







एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ